Friday 12 December 2014

तेरी हर अदा ने

तेरी हर अदा ने
मुझे कर दिया है दीवाना
तेरे प्यार ने तो
कर दिया है
अपनो को भी बेगाना

Saturday 1 November 2014

जीवन

जीवन है एक मुसाफ़िरखाना
लगा रहता है आना जाना
कभी है खुशी कभी है गम
दोनों का है अजब संगम

Saturday 11 October 2014

माया

आती है बरसात कहीं पे
धूप कहीं पे आती है
हैं दोनो कुदरत की माया
कहीं पे है धूप
और कहीं पे छाया

Monday 25 August 2014

छम छम करती

छम छम करती नन्ही मुन्नी
जब आँगन में आ जाती है
ठुमक ठुमक कर मुन्ना भी
पास उसी के आता है
देख के वारी वारी दादी
अम्मा खड़ी मुस्काती है

Friday 11 July 2014

मेरे से

मेरे से कोई पूछता ही नही
मेरे दिल पे क्या गुज़रता है z
जब लोग मुझ दीवाने का
उड़ाते है मज़ाक

Saturday 5 July 2014

सुबह सुबह

सुबह सुबह वो
घंटी बजाता
बड़े बड़े बर्तन में
भर कर दूध लाता
जिसका घर भर को
रहता है इंतेज़ार
वो और कोई नही
हमारा दूधवाला है

Monday 14 April 2014

भोर होते ही


भोर होते ही
पक्षियों का कलरव
मेरे मन में उल्लास लाता है
उषा की स्वर्णिम किरण
जब मेरी खिड़की
पर आ झाँकती है
ऐसा लगता है की
वो मेरे दिन का साथी हैं

Wednesday 19 February 2014

शराब

मैं शराब पीता नहीं हूँ
नशें में झूमता नहीं हूँ
फिर भी लोग कहते हैं
की मैं शराबी हूँ